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Friday, 23 February 2018

सबको सुर्खीया प्यारी लगती है

आजकल सोशल मीडिया पर सबको आने का शोक सा चलन बन चूका है कथित बंदे जौ किसी धर्म या मजहब के नही हो सकते जो सनातनी होकर अपने देवो का अपमान करे ये कुछ उच्च कोटि के धर्मात्माओ की साजिश है जिसको आम आदमी या सनातनी  इसको समझ नही पा रहे हर लडाई को सभी सनातनीयो मे मिलकर लडा था चाहे वो श्रेत्रिये, ब्राह्मण, शुद्र, वेश्य कोई भी हो इसके कई जीवित उदाहरण इतिहास मे मिल जायेगे पर आजकल जनरल सामान्य ओबीसी एस टी सा एस सी का मुद्दा चल गया है क्या आजादी की लडाई मे किसी ने जाति पाति या धर्म मजहब देख के लडा था क्या नही वहाँ अंग्रेजी ने एक रूल अपनाया था फुट डालो राज करो आजकल वो ही मशीनरी हिन्दुस्तान मे वो ही काम कर रही है की बस जाति पाति से दंगे कराये जाये आजकल जात बदलना या धर्म बदलना आम बात है ये सोशल मीडिया का यही हकीकत है ओर यही आइना है ओर जो देवी देवता का अपमान करते है या किसी पुरुष सा मुर्द के लिये जो भगवान ने बनाये है ओर उनके लिए ही भगवान का अपमान करते है तो वो हमारी नजर मे मुर्ख के अलावा ज्यादा कुछ नही ओर जो जिन लोगो ने अपने धर्म को परिविर्तन कर लिया है वो हमसे दुर ही रहे या हम सोशल मीडिया पर ब्लाक कर सकते है पर देवी देवता का अपमान करना ये किसी जाति धर्म या मजहब पर कुछ अपशब्द कहना सनातन नही सिखाता यही सत्य है जो ये सब करते है हमसे दुर रहे ओर हाँ जो छुआ छूत भेदभाव को तेजी देने वाले संत महात्मा को भी दुर से नमस्कार आज बस इतना ही नादान बालक की कलम बाकी फिर  कभी, एक  आग से लगी है दिल मे की कैसे बनाये हम उस हिन्दुस्तान को जो कभी महाराणा प्रताप ,वीर मराठा शिवाजी ,सम्राट पृथ्वीराज चौहान का था या राजा राम का था जिनमे जाति पाति या थी इससे अच्छा तो अंग्रेजी की गुलामी अच्छी थी जहाँ सभी उनके आदेश पर थे जहाँ दंगा नही था जहाँ जाति पाति से नाम पर कोई हिन्दुस्तानी लडता नही था,

जय माँ जय बाबा महाकाल जय श्री राधे कृष्णा अलख आदेश ।
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Tuesday, 30 January 2018

कल का दिन है साधको के लिए शेष्ठे करे कल ये साधना

साधको के लिए कल का दिन अति महत्व पूर्ण है कल चंद्र ग्रहण में किये हुए जप यज्ञ सर्वोत्तम फलदायक होते है जो जन्मांतर के कल्मष को कम करते है 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 कल सूतक काल पूर्व भोजन कर लें और दिन में दूध फल का सेवन करें व ग्रहण लगते स्नान कर के कोरा वस्त्र पहेनकर जाप में बैठे व अपने ईस्ट मंत्र का यज्ञ भी करें जब ग्रहण समाप्त हो तब स्नान कर के भोजन बनावें ओर बाद में भोजन ले आजकल ज्यादातर लोगो को भुत प्रेत या जिसको एलोपैथी मे हिस्ट्रीरिया कहते है क्योंकि उनकी समझ मे भुत प्रेत या आध्यात्मिक की ताकत या मंत्र शक्ति पर विश्वास नही होते आज एक सरल मंत्र बताते है पुणे विधी विधान के साथ हाँ अगर कोई इस मंत्र को नकल करके छेड़ छाड़ करके अपने नाम से कही आगे पोस्ट करते है तो किसी भी तकलीफ के लिए हम यानी ये नादान बालक उतरदायी नही है ये मंत्र ग्रहण काल से पहले ग्याहर सो मंत्र जप कर सिद्ध किया जा सकता है अगर आसन सिद्धि ओर गुरू कृपा आपको मिली हुयी है तो आप इस छोटे से मंत्र से कई लोगो का कार्य ओर भला कर सकते है जौ राह भटक कर भुत प्रेत के डर से कई जगह भटकते है इसका जप हवन आशापुरी घी के साथ चलता है,,,,, मंत्र...... ॐ ह्री भ्रीं फट् स्वाहा परबत हंस स्वामी आत्मरक्षा सदा भवेत् नौ नाथ चौरासी सिद्धया की दुहाई हाथ में भूत पांव मे भूत भभूत मेरा धारण माथे राखो अनाड़ की जोत सबको करो सिंगार गुरू की शक्ति मेरी भक्ति फुरो मंत्र ईश्वरो वाचा दुहाई भैरव नाथ की मित्रो भूत प्रेत या कोई छाया किसी के शरीर पर कब्जा करती है तो व्यक्ति की चेतना पर अपना अधिकार करती है ओर आदमी की चेतना को विलुप्त या विकृत कर देती है आदमी या ओरत मे कई गुना ताकत भी जाग्रातृ ओर कई अतीत की बातो का भी रहस्योद्घाटन करने लगता है ऐसी कई विलक्षण ताकते भी होती है जो जो अच्छे कार्य भी करती है ओर कई ताकते उनको अपने वश मे करके अपने साथ ले जाती है मित्रो कई पिडित व्यक्ति तो काल का ग्रास बन जाते है इसलिए रोगी का उपचार जितना जल्दी या पहले हो जाये तौ बहुत अच्छा है इस मंत्र मे आपको जौ जरूरी सामान चाहिए वौ है आशापुरी आम की लकडियां घी ओर कुछ लोबान, अनार की कलम रक्त चंदन या उसकी स्याही भोजपत्र बाकी जिसकी विधी जाननी हो वो हमारे इनबाँकस मे आ सकता है सर्वदा स्वागत है नादान बालक की कलम से आज बस इतना ही बाकी फिर कभी कोई भी मंत्र जप तप हवन हो शरीर शुदी के साथ आत्माशुद्धी भी कर लेना ओर स्नान इत्यादि नये वस्त्र(धुले हुये वस्त्र) धारण करके आसन शुद्वि करके गुरू आग्या लेकर ही करे बाकी जो माँ बाबा की इच्छा ओर कृपा ओर जिस देवी देवता का मंत्र हौ उस समय उनको ही अपना आराध्य देव मानकर ही कार्य पुणे करै सफलता आपके हाथ मे होगी,,,,,,उपचार ओर विधी के लिये हमारे इनबाँकस मे सर्वदा आप सभी का स्वागत है,,,,, प्रणाम आप सभी पुजनीयो को जय माँ जय बाबा महाकाल जय श्री राधे कृष्णा अलख आदेश,,,,, 🌹🌹🌹🌹🌹

Saturday, 13 January 2018

मकर संक्रांति लोहड़ी गुरूपर्व की बहुत बहुत शुभकामनाएं

आज मकर संक्रांत है...सूर्य मकर राशिमे प्रवेश करता है. ठंडी का मोसम होता है, इसलिए आजके दिन गुड और तिल के लड्डू बनाते है। तिल से स्नेह बढ़ता है। और गुड से मिठास बढ़ती है। सो, अपनी दोस्ती ओर प्रेम प्यार ओर आप सभी बडो का स्नेह रूपी आशीर्वाद हम पर बना रहे इसी तिलगुल के लड्डू की तरह हमेशा बढता रहे बाकी माँ बाबा की कृपा हम सभी पर बना रहे यही माँ बाबा से हमारी प्रार्थना ओर कामना है ।।
बंदे हें हम मारवाड़ीहम पर किसका ज़ोर मकर संक्रांति  में उड़ेपतंग 🔶🔹चारों ओंर⛅🔸लंच में खायें गुल-गुले और बड़े और घेवर फ़िनी गोल गोलअपना मांजा 〰 खुद सूंतने आज चले हम छत   की ओर.!!!!!!!!!!!!!!! 😎
यही आज के मकर संक्रांती गुरूपर्व लोहडी की बहुत बहुत हार्दिक शुभकामनाएँ ।।

जय माँ जय बाबा महाकाल जय श्री राधे कृष्णा अलख आदेश
🌹🙏🏻🌹

आप किसी साधना सिद्धि में क्यू सफल नही होते ।

आध्यात्मिक मे होकर कोई अपनी मानसिकता नही बदल सकता तो उसका आध्यात्मिक मे आना ही व्यर्थ है
आध्यात्मिक झुकने सिखाता है आध्यात्मिक स्नेह ओर प्यार सिखाता है आध्यात्मिक मे कोई पराया नही कोई अपने नही होते सब अपने सब पराये होते जहाँ जलन दषेता ईष्या दुश्मनी का भाव होता है वहाँ आध्यात्मिकता सफल नही हो सकती ध्यान तप साधना सभी आदमी के भाव ओर विचारो पर निर्भर है जब तक आप स्वयंम को नही बदल सकते तब तक आध्यात्मिक अपुणे है बाकी आजकल तो आध्यात्मिक मे सिर्फ चमत्कार की वजह से आध्यात्मिक मे आ रहे बाकी रही सही कसर उन बाबाओ ने पुरी कर दी जो जैसे आजकल वाटसअप फेसबुक ओर गूगल पर घणा ग्यानी बहुत है काम की बात करनी है नही बकोती करवा लो कोपी पोस्ट तो इधर उधर से करेगे पर दुसरो को राय देंगे की अपने कर्मफल सुधारो ओर दुसरो के अनुभवो को अपना बताकर तो वाहवाही लूट लेगे पर कोई उनसे ये कह दे कि कुछ अपना लिखो तो रायचंद बनकर उनको पाठ पढाने लग जायेगे कि ये किसका है किसी खुद ने देवी यक्षिणी सिद्ध नही पर दुसरो को देवी यक्षिणी सिद्ध करवा देंगे हद है कही बीर साधना का बोल बाला है कही माँ जगत जननी हो या बाबा आदिनाथ पत्यक्षीकरण चाहते है ओर उनको ऐसे बाबा लोगो भी मिल जाते है बस कुछ पैसौ के लोभ के ख़ातिर वो मंत्र जप करना देंगे जो उन्होने जिंदगी मे ना जपा हो खैर जाने दिजिये पर जो नवसाधाक होते है वो इनमे फस भी जाते है अतः सावधान रहे सेचत रहे ओर कोपी पोस्ट करना कोई बुरी बात नही होती कोई पोस्ट आपको अच्छी लगती है उसको शेयर करे कोई मना नही करते जब तक किसी पोस्ट को छेडछाड ना करे तब तक बाकी हम तो यही कहते है कि अच्छी लगे तो शेयर करे बुरी लगे तो नजरअंदाज करे ओर नाराज हो जावो तो अपने कोई धन दौलत तो बाटनी है नही ना हम आपको जानते है ना आप हमे जानते है तो हम किसी के बारे मे क्या राय कायम कर सकते है आप सही मे आध्यात्मिक मे है तो समस्या समाधान शिविर लगाये लोगो की समस्या सुने अगर आप काबिल है की आप किसी की समस्या समाधान कर सकते है तो किसी को सही राह दिखा सकते है तो जरूर दिखाये ताकि वो आपको याद रख सके किसी को मार्ग दिखाना भी अच्छी बात है बाकी माँ बाबा की कृपा ओर इच्छा नादान बालक की कलम से आज बस इतना ही बाकी फिर कभी हमारी बातो से किसी को बुरा लगता है उनके सम्मान को ठेस पुहचती है तो क्षमा चाहते है पर सच तो यही है बाकी जिस आदरणिय को अच्छा लगे शेयर करे बाकी नजरअंदाज करे ।
आपकी सोच ओर विचार ही आपके आध्यात्मिक को गति देते है तो जो करना सोच समझकर करना ।।
बाकी माँ बाबा पर छोड दिजिये ।।


जय माँ जय बाबा महाकाल जय श्री राधे कृष्णा अलख आदेश
🙏🏻🌹🌹🌹🌹🌹🙏🏻

Saturday, 6 January 2018

इस मकर संक्रांति पर बन रहा है महायोग क्या करे क्या ना करे आईये जानते है

मकर संक्रांति हर साल आती है ओर इस दिन दान का
बडा महत्व है लेकिन क्या आप जानते है इस दान देने से क्या क्या हो सकता है ओर आप क्या आप पा सकते है, इस दिन कुछ विशेष उपाय करके अपने जीवन की सारी समस्यायों  या कुछ आर्थिक रूप की सभी समस्याओं को दूर कर सकते हैं  इस बार आने वाली मकर संक्रांति परिजात योग में पड़ रही है और इसके बाद इस दिन त्रयोदशी जैसा महायोग बन रहा है।
तो आइए जानते हैं उन उपायों के बारे में जिन्हें करने से या मकर संक्रांति हम सभी के लिए अत्यंत शुभ साबित होगी और माँ बाबा हमारी परेशानियों को दूर करके जीवन में शांति सुख और समृद्धि प्रदान करेगी,
जैसे,,
मकर संक्रांति के दिन का  तिल दान वस्त्र दान चारा दान अन्न दान लक्ष्मी दान कपडे दान चप्पल दान ओर भी कई तरह दानो का बहुत ही महत्व है जो कोई अपने इष्ट को याद करते हुये मतलब जो व्यक्ति इस दिन तिल के लड्डू और दाल की खिचड़ी दान करता है उसकी सारी समस्याएं दूर कर होती है मकर संक्रांति पर किए हुए दान का फल कभी नष्ट नहीं होता यही सत्य है अगर निस्वार्थ किया जाये तो बाकी पाने के लिये तो सभी करते है,,
मकर संक्रांति के दिन गंगा स्नान करने से सात अश्वमेध यज्ञ के बराबर लाभ मिलता है ये हमने सुना है मकर संक्रांति के दिन आप जो भी जप करते हैं उसका लाभ अवश्य आपको आपके जीवन में मिलता है जप के साथ हवन हो तो ओर भी बहुत अच्छा है,
मकर संक्रांति के दिन स्वयं के परिजनों सहित पूर्वजों व पुरखों के नाम से गाय नंदी को चारा,ओर कुतो कोओ को रोटी चडियाँ कबतूरो दाना, गणेशजी के मंदिर में तिल के लड्डू , लक्ष्मी मंदिर में शहद, शिव मंदिर में चावल चना दाल का लड्डू तथा विष्णु व कृष्ण मंदिर में माखन का दान करने से विशेष फल प्राप्त होगा,
मकरसंक्रांति के दिन लाल चन्दन की एक माला को कुछ देर गुलाब जल में भिगो दें  फिर उसी माला से “ॐ नमो भगवते सूर्याय” का 108 बार जाप करें जाप के बाद माला पहन लें, आपको पूरे साल पैसों की कमी नहीं होगी यह सब आपकी आस्था ओर विश्वास पर निर्भर है ओर यह सभी करने से पहले अपने गुरु इष्ट माता पिता का स्मरण जरूर करे ताकि आपका दान व्यर्थ ना जाये ओर उसका फल आपको जरूर मिले बाकी माँ बाबा की इच्छा ओर कृपा,
मकर संक्रांति के दिन अगर आप सूर्य देव को तांबे के पात्र मे जल के साथ तिल के दाने डालकर जल अर्पित करें स्टील या लोहे के पात्र में तिल भरकर अपने सामने रखें फिर “ॐ शं शनैश्चराय नमः” मंत्र का जाप करें किसी गरीब व्यक्ति को बर्तन समेत तिल का दान कर दें तो  इससे शनि से जुड़ी हर पीड़ा से मुक्ति मिलेगी,
खैर ये सभी जानकारी आप को सभी जगह मिल जायेगी कोई बडी बात नही पर दान देना अच्छा है लेकिन उसकी महिमामण्डन करना ओर प्रचार करना गलत है उससे दान का पुण्य नष्ट हो जाता है या आशंका बनी रहती है,
हम आप सभी से यही कहेगे की ऊपर योग या सयोग लिखा है उस पर ध्यान दें या ना दे पर मकर संक्रांति पर दान का विशेष महत्व है इसलिए जो भी दे या दान करे अपनी श्रद्धा ओर अपने सामर्थ्य अनुसार ही करे कोई जोर जबरदस्ती नही,
ओर जो भी करे अपनी आस्था ओर विश्वास के साथ करे बाकी फल माँ बाबा पर छोड दिजिये नादान बालक की कलम से आज इतना ही बाकी फिर कभी अच्छा लगे तो शेयर करे ना लगे तो नजरअंदाज करे बाकी आगे जैसी माँ बाबा की कृपा ओर इच्छा,,

जय माँ जय बाबा महाकाल जय श्री राधे कृष्णा अलख आदेश ,,
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Thursday, 4 January 2018

फर्जी साधना शिविर से सावधान

आजकल एक चलन चला है तीन दिन मे सात दिन मे दीक्षा का आओ ओर तांत्रिक बन जाओ ओर कई तो इतने कोपी मास्टर है
की दुसरो के शब्दो की कोपी पोस्ट करके वाहवाही लूटते है यह उस तरह का ही होता है जैसे अपना बच्चा तो है नही पडोसी के बच्चे को अपना बताना क्यू भाई तीन सात दिन मे आप शिविर लगाते हो आदमी कैसा है पात्र है या नही क्या तंत्र विधा के लिए अब शिविर लगाने की नौबत आ गयी क्या जो उनको उसके बेसिक ग्यान वंचित रखकर सीधा आप उनको तंत्र विधा या शाबरी विधा सिखा रहे हो पात्र ओर कुपात्र भी कोई म्याने नही रख रहा है आपके लिये मात्र कुछ पैसे के लिये नये साधको को हम ये बता दे की ऐसे शिविरो मे कुछ नही रखा है बस आपके समय की बर्बादी ओर आपके पैसो की बर्बादी के अलावा अरे ये शिविर लगाने वाले इतने बलशाली होते तो चेलो की लाइन ना लग जाती बस ओर कुछ नही तंत्र के प्रति आपका जो लगाव है उसको भुनाने का प्रयास है ओर कुछ नही है पहले तंत्र का बेसिक ग्यान जरूरी है इसको समझना जरूरी है गुरु वो जो ग्यान दे बेहिसाब यही सत्य है मित्रो ,पहले गुरू अपने लिए शिष्य खोजता था ओर शिष्य अपने लिये गुरू खोजता था पर आजकल तंत्र नाम पर लोगो ने दुकाने चलाकर तंत्र रूपी पुजा को बदनाम कर के रख दिया फिर भी नवसाधाक कुछ पाने की इच्छा मे चल पडते है अपना किमती पैसा ओर समय खोने के लिये ऐसे शिविर लगाने से पहले बेसिक ग्यान जरूरी है पहले उचित गुरु के मार्गदर्शन मे इनकी क्रिया ओर बेसिक ग्यान को प्राप्त करे हो सके तो दीक्षा का पुणोभेषक भी उनके हाथो से ही तो बहुत अच्छा है हर दीक्षा मे कितने संस्कार होते है मंत्र शोधन के कितने संस्कार होते मंत्र जाग्रात करने का क्या तरीका होता है यह शिविर लगाने वालो को पता नही पर शिविर लगा दिया ओर दीक्षा हो गयी जय हो संतो की बस पैसे से मतलब है इस संतो को ओर कुछ नही शिविर वो हो जिसमे आपको तंत्र का बेसिक ग्यान दिया जाये ओर उसी शिविर मे आपकी समस्त समस्याओं का समाधान किया जाये तीन दिन सात दिन मे कोई तंत्राचार्य नही बनता ध्यान रखे ऊची दुकान पर हमेशा फीके पकवान ही रहते है बाकी आपकी सोच ओर आपका विवेक ओर हाँ आजकल कोपी पोस्ट वाले बाबा लोगो की भी काफी भरमार हम जानते है कि हमारी ये पोस्ट भी कोपी पोस्ट बाबा कई जगह शेयर करेगे पर कोपी पोस्ट करने वाले उन सभी से हमारा निवेदन है कि कोपी पोस्ट करो पर समाज को एक नई दिशा दो सनातन धर्म को यू ना उजड जाने दो तंत्र का यू मजाक ना बनाओ की लोग डरने लगे कोपी पोस्ट करना बुरी बात नही पर लेख के साथ छेडछाड ओर कांटछांट करना गलत बात है हम तो यही कहते है कि हमारी पोस्ट आप शेयर करो बस आप सभी से अनुरोध है कि आध्यात्मिक समाज मे जो सिद्धो ओर तांत्रिक के नाम से जो व्यापारी है उनसे सावधान करे तो अच्छा है बाकी शब्द चूरा सकते हो ग्यान ओर आचरण नही गुरू ओर इष्ट कृपा नही हम तो है ही माँ बाबा के नादान बालक हम कोई तांत्रिक नही हम कोई साधक या संत नही बस हम हमारे गुरूदेव ओर इष्टदेव के एक छोटे से सेवक है ओर कुछ नही पर आप सभी तो बहुत आगे जो सकते है तो गुरू बडी मुश्किलो से मिलता है पर सतगुरू मिले तो बात अलग है बाकी दुकाने बहुत है जैसा मर्जी आये वैसा सौदा लो चले या ना चले कोई गारन्टी नही है यही सत्य है आज बस इतना ही नादान बालक की कलम से बाकी फिर कभी अच्छा लगे तो शेयर करे ओर बुरा लगे तो नजरअंदाज करे बाकी जो माँ बाबा की कृपा ओर उनकी इच्छा ओर 18,26 ,तक गुप्त नवरात्रि है हो सके तो अपने इष्ट देव या देवी की अपने घर मे जप हवन सहित मंत्र उच्चारण करे ओर 31 तारीख को चन्द्रग्रहण है एक छोटा सा प्रयोग भी देगे जो हमसे जूडे हुये है उनको बाकी आगे माँ बाबा की इच्छा ओर कृपा ।।

जय माँ जय बाबा महाकाल जय श्री राधे कृष्णा अलख आदेश
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Wednesday, 3 January 2018

ग्रहण पर क्या करे क्या ना करे

पहले मन कर्म वचन आत्मा इन्द्रियों को वश मे करना या काबू मे करना सीखो वो ही असली तंत्र है
ओर चंद्र ग्रहण आ रहा है तो कई तांत्रिक, मांत्रिक आयेगे आप सभी को ग्यान देने पर पहले अपने मन कर्म को तो वश मे कर लो फिर ग्यान ले लेना कोई बाप के नाम से कमा खा रहा है तांत्रिक या पण्डित बनकर अपने दम पर कुछ करे या गुरु कृपा से या इष्ट कृपा से कुछ करे तो अच्छा है माँ बाबा की दौलत पर नालायक बच्चे भी ऐशे करके दोलत भी कमा लेतै है कभी कुछ खुद भी करके देखो की क्या होती है कमाई ओर क्या होता है तंत्र मंत्र, यंत्र चन्द्र ग्रहण हो या सुर्य ग्रहण या हो कोई पर्व त्योहार तंत्रो का पुनश्चरण ओर नये मंत्र का जप हवन किया जाया है यह उस जैसा है जैसे कही नई तलवार बनाई जाती है कही परानी तलवार को धार लगायी जाती है यही ग्रहण ओर त्योहारो का सिलसिला है बाकी जो कोई साधना नही करता उनके लिए गुरु मंत्र ओर इष्ट मंत्रो का पुनश्चरण ओर जप तप हवन ही सर्वश्रेष्ठ है बाकी आप सभी समझदार है विद्धवान है ओर आप सभी के सामने तो हम नादान बालक ही है आज बस इतना ही नादान बालक की कलम से बाकी फिर कभी जो भी करो सोच समझकर करो

जय माँ जय बाबा महाकाल जय श्री राधे कृष्णा अलख आदेश
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Tuesday, 2 January 2018

क्या है गुरु ओर गुरु सम्मान

आध्यात्मिक मे आप अपने गुरु का सम्मान करते है बहुत अच्छा है गुरु मान रखते है प्रणाम करते है
वो भी बहुत अच्छा है ये केवल मान सम्मान की बात नही है ये आपके गुरु तत्व की बात है आपका गुरु तत्व तो उसी दिन जाग्रात हो जाता है जब आप किसी गुरु तूल्य मानते है या समझते है तो उसके मान अपमान का बोध करने लगते है किसी को प्रणाम करना ना करना वो आपकी इच्छा है कोई जबरदस्ती नही है जबरदस्ती से कोई उनके मान अपमान की परिधि से बाहर नही ला सकता पर जहाँ गुरु ओर दादा गुरु मौजूद है तो आपका पहला प्रणाम दादा गुरू का बनता है क्योंकि वहाँ गुरुतत्व जो वो आपके दादा गुरु का होता है फिर गुरु का बाकी जो गुरु तूल्य है उनके बाद आप सभी को सम्मान देने के लिए प्रणाम कर सकते है पर प्रथम गुरु ही होता है बाकी आध्यात्मिक नाम ही मान अपमान से परे होता है गुरु तूल्य का सम्मान किया जाता है पर जबरदस्ती सम्मान नही कराया जा सकता यही सत्य है बाकी जो ग्यान दे वो ही गुरू है जगत मे जबरदस्ती सम्मान की भुख राजनेता को होती है आध्यात्मिक मे गुण मौजूद है तो सम्मान करने वाले कई होंगे राजनेता या राजा भी झुककर प्रणाम करे वो गुण अपने मे मौजूद हो तो बाकी कोई सम्मान करते हो गुरु तुल्य का वो ही काफी है जहाँ अंह की बात हो तो वहाँ आध्यात्मिक नही रहता फकीर नाम ही काफी है सम्मान के लिए आपका गुरु इष्ट आपको समझता है वो ही कृपा आपके लिए काफी है अपने बडो का सम्मान करे गुरु तुल्य का आदर करे ठीक है पर झुकना ना झुकना वो आपके ऊपर है बाकी गुरु तूल्य की निंदा ना करे जो सच मे गुरु मुखी होते है वो किसी भी गुरु या गुरु तूल्य की निंदा नही करते यही सत्य है ।बाकी जैसा आप आदरणिय है विद्धवान है हमसे बेहतर जानकारी रखते है हमारी बातो से कोई सहमत हो या ना हो पर यही सत्य है की जबरदस्ती किसी के मन मे आप अपने लिए मान सम्मान आदर का भाव पैदा नही करवा सकते बाकी आध्यात्मिक मान अपमान इन सभी से परे होता है यह भी सत्य है जहाँ मान सम्मान का भाव हो तो वहाँ किसी फकीरी ओर फकीरी मे मान सम्मान ओर क्या अपमान ओर कैसा आदर आपअपने लिये किसी के दिल मे जगह तो बनाकर देखो अपने लिए आदर के भाव प्रकट करके देखो आपको सब मिलेगा पर जबरदस्ती नही बाकी हमारी बातो से जो सहमत नही है वो इस पोस्ट को नजरअंदाज करे जो सहमत है वो शेयर करे आज बस इतना ही नादान बालक की कलम से बाकी फिर कभी समझो तो यही काफी है नही समझो तो जिंदगी काफी बाकी है

जय माँ जय बाबा महाकाल जय श्री राधे कृष्णा अलख आदेश
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Monday, 1 January 2018

क्या ये हिन्दू वर्ष है

आज अंग्रेजी साल निकल गया ओर दुसरा अंग्रेजी साल शुरू हो गया यहाँ आज एक बात कहना चाहाते है जब तक आप स्वयंम मे तबदील नही करेगे तब तक आप दुसरो को नही बदल सकते भारतीये अपना नववर्ष चैत्र शुक्ल से मनाते है ओर कई भाईयो को तो यही नही पता होगा की ये हिन्दू वर्ष कोन सा चल रहा है आप सभी आध्यात्मिक मे रूचि रखते है तो कम से कम यह आप सभी को पता होना चाहिए कि हमारा नववर्ष कब है हिन्दुस्तान मे रहने वाला चाहे वो किसी जाति धर्म से सभी का अपना अपना वजूद है हिन्दुस्तान मे नववर्ष मानने के दिन ,,,गुडी पाडवा, बैसाखी, चांदरात,यानि चेत्रशुक्ल नवरात्रि से, ,,ओर ये अंग्रेजी वर्ष अब आने वाली हर जाति की पीडी कन्फुयज रहेगी की हम नववर्ष कब मनाये क्या हम अपने संस्कारो को खोते नही जा रहे है पश्चिम सभ्यता के साथ चलने की होड मे हिन्दु शास्त्रो मे सुर्यदय से नये दिन की शुरुआत मानी गयी है  क्या रात्रि बारह बजे से हम शुरुआत करके कुछ गलत तो नही कर रहे है कैलेन्डर बदलेगा साल नही यही सत्य है क्योकि इसमे आपके ग्रह नक्षत्र तो वो रहेगे ग्रह नक्षत्र हिन्दु नववर्ष पर ही बदलेगे तो आपने क्या बदल लिया अपना केवल कैलंडर बदला है साल नही यही सच है
खैर आप सभी ने जो अंग्रेजी वर्ष की शुभकामनाएं दी है उसके लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद

जय माँ जय बाबा महाकाल जय श्री राधे कृष्णा अलख आदेश
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